CG NEWS:-सड़क निर्माण में लापरवाही से परेशान नागरिक, युवाओं ने खुद लगाया चेतावनी बोर्ड

CG NEWS:-गौरव पथ निर्माण में लापरवाही, नागरिकों को हो रही परेशानी
नगर में करोड़ों रुपये की लागत से बन रहे गौरव पथ के निर्माण कार्य में ठेकेदार की लापरवाही के कारण नागरिकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चौक मार्ग को पिछले एक सप्ताह से बंद कर दिया गया है, लेकिन ठेकेदार द्वारा कोई संकेतक बोर्ड नहीं लगाया गया, जिससे राहगीरों को असुविधा हो रही है।
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युवाओं की पहल: खुद लगाया ‘रास्ता बंद’ का बोर्ड
स्थानीय युवाओं ने ठेकेदार की उदासीनता को देखते हुए स्वयं ‘आगे रास्ता बंद है’ का संकेतक बोर्ड तैयार कर महेंद्रा ऑटो सेंटर के पास लगाया। इससे वाहन चालकों को मार्ग बंद होने की जानकारी मिल रही है और उन्हें अनावश्यक परेशानी से बचाया जा रहा है।
दुर्घटना की आशंका बनी हुई है
युवाओं ने आम जनता और जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि गौरव पथ के निर्माण कार्य में हो रही लापरवाही से आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यदि जिम्मेदार अधिकारी इस विषय पर ध्यान नहीं देंगे, तो दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहेगी।
27 करोड़ रुपये का ठेका, फिर भी लापरवाही
स्थानीय निवासी गोविंद शर्मा ने बताया कि गौरव पथ निर्माण का ठेका लगभग 27 करोड़ रुपये का है, लेकिन निर्माण कार्य बिना इंजीनियर की निगरानी के हो रहा है। सड़क को कहीं भी खोद दिया जाता है, जिससे वाहन फंस जाते हैं और दुर्घटनाएं हो रही हैं। अब तक दर्जनों वाहनों को नुकसान हो चुका है।
इंजीनियर का बयान: ठेकेदार को निर्देश दिए जाएंगे
नगर पंचायत के इंजीनियर हेमंत पिसदा ने बताया कि 23-24 करोड़ रुपये के ठेके में निर्माण कार्य के दौरान संकेतक बोर्ड लगाए जाने चाहिए थे, लेकिन ठेकेदार ने ऐसा नहीं किया। यह गलत है और ठेकेदार विनोद जैन को संकेतक बोर्ड लगाने के लिए कहा जाएगा।
निर्माण कार्य की स्थिति
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| परियोजना का नाम | गौरव पथ निर्माण |
| ठेकेदार का नाम | विनोद जैन |
| ठेका राशि | ₹27 करोड़ |
| निर्माण की स्थिति | बिना संकेतक बोर्ड के कार्य |
| नागरिकों की पहल | स्वयं ‘रास्ता बंद’ बोर्ड लगाया |
| इंजीनियर का बयान | ठेकेदार को निर्देश दिए जाएंगे |
नागरिकों की मांग
लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार पर कार्रवाई की जाए।
निर्माण कार्य में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।
सभी आवश्यक संकेतक बोर्ड लगाए जाएं।
निर्माण कार्य की निगरानी के लिए इंजीनियर की नियुक्ति की जाए।
