हेल्दी इंडिया
Shatavari:-पुरुषों और महिलाओं के लिए वरदान है शतावरी: जानें फायदे और उपयोग का सही तरीका

Shatavari:- आयुर्वेद में शतावरी को विशेष स्थान प्राप्त है। यह एक औषधीय पौधा है, जिसकी जड़ें कई बीमारियों के इलाज में उपयोगी हैं। शतावरी का प्रयोग पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए लाभकारी है। इसके सेवन से न केवल शारीरिक शक्ति बढ़ती है बल्कि कई स्वास्थ्य समस्याओं में भी आराम मिलता है।
READ MORE:- वित्त मंत्री बोले- ‘गुड गवर्नेंस’ बनेगा छत्तीसगढ़ के लिए मील का पत्थर
शतावरी क्या है?
शतावरी एक झाड़ीदार बेल है जिसकी जड़ें औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। इसमें कम से कम 100 या अधिक जड़ें होती हैं। इसे आयुर्वेद में “स्त्रियों की मित्र” भी कहा जाता है।
विशेषताएं | विवरण |
---|---|
पौधे का प्रकार | बेल (झाड़ीदार) |
उपयोगी हिस्सा | जड़ |
मुख्य गुण | हार्मोन संतुलन, ऊर्जा बढ़ाना |
शतावरी के फायदे
शतावरी के फायदे इतने अधिक हैं कि इसे ‘आयुर्वेद का रत्न’ भी कहा जाता है।
स्वास्थ्य समस्या | शतावरी का लाभ |
---|---|
मासिक धर्म समस्या | दर्द, सूजन और मूड स्विंग्स में राहत |
हार्मोन असंतुलन | हार्मोन संतुलन में मदद |
ऊर्जा और वीर्य वृद्धि | शरीर को ताकत और ऊर्जा प्रदान करना |
पाचन समस्या | कब्ज और अपच में सुधार |
जोड़ों का दर्द और गठिया | सूजन और दर्द में आराम |
उच्च रक्तचाप | बीपी को नियंत्रित करने में सहायक |
शतावरी का उपयोग कैसे करें?
शतावरी को कई तरीकों से सेवन किया जा सकता है।
सेवन का तरीका | मात्रा और विधि |
---|---|
चूर्ण | 1-2 चम्मच गर्म पानी या दूध के साथ |
कैप्सूल | 1-2 कैप्सूल प्रतिदिन |
चाय | शतावरी की जड़ उबालकर या बाजार में उपलब्ध चाय |
अर्क | तेज असर के लिए अर्क का सेवन करें |
ध्यान रखने योग्य बातें
- शतावरी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसे चिकित्सीय परामर्श के बाद ही लेना चाहिए।