रायपुर
Raipur News:-मुख्यमंत्री ने ‘इंडिया इंटरनेशनल राइस समिट 2025’ में लिया भाग

Raipur News:- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर के मायरा रिसॉर्ट एवं कन्वेंशन सेंटर में आयोजित ‘इंडिया इंटरनेशनल राइस समिट 2025’ में भाग लिया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय खाद्य एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया।
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मुख्य बिंदु:
- केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का संबोधन:
- किसानों की आय दोगुनी करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर जोर दिया।
- छत्तीसगढ़ को ‘धान का कटोरा’ कहते हुए, यहां के चावल के मूल्य संवर्धन और ब्रांडिंग पर बल दिया, ताकि इसे वैश्विक बाजारों में पहुंचाया जा सके।
- किसानों से उन्नत कृषि तकनीकों को अपनाने और कम पानी वाली फसलों की खेती करने की अपील की।
- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का वक्तव्य:
- छत्तीसगढ़ की धान उत्पादन में विशेष पहचान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
- अपने किसान परिवार से होने का उल्लेख करते हुए, राज्य में धान की विभिन्न सुगंधित और विशेष प्रजातियों को बढ़ावा देने की बात कही।
- किसानों को धान का सर्वोच्च मूल्य प्रदान करने के राज्य सरकार के प्रयासों की चर्चा की, जिससे खेती का रकबा और किसानों की संख्या में वृद्धि हुई है।
- निर्यातकों से छत्तीसगढ़ के चावल को विदेशों में निर्यात करने के लिए प्रोत्साहित करने की अपील की।
- कृषि मंत्री रामविचार नेताम का संबोधन:
- किसानों के हित में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी, जिससे खेती में समृद्धि और किसान खुशहाल हुए हैं।
- चावल के निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मंडी शुल्क समाप्त करने की घोषणा की।
- छत्तीसगढ़ को ओपन मार्केट बनाने के प्रयासों की चर्चा की।
छत्तीसगढ़ में धान उत्पादन के आंकड़े:
वर्ष | धान उत्पादन (लाख टन) |
---|---|
2023-24 | 144.92 |
2024-25 (लक्ष्य) | 160 |
प्रमुख उपस्थितिगण:
- इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति गिरीश चंदेल
- एपीडा के अध्यक्ष अभिषेक देव
- छत्तीसगढ़ राइस मिलर्स प्रमोटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश जैन
- देश के विभिन्न राइस मिलर्स और प्रमुख हितधारक
प्रमुख घोषणाएं:
- राज्य सरकार द्वारा किसानों को धान का सर्वोच्च मूल्य प्रदान करना।
- धान की फसल में कम मेहनत में अधिक लाभ की संभावनाएं।
- छत्तीसगढ़ के चावल को अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में निर्यात करने के प्रयास।
- मंडी शुल्क की समाप्ति से चावल निर्यात को बढ़ावा।
समापन:
‘इंडिया इंटरनेशनल राइस समिट 2025’ का आयोजन छत्तीसगढ़ के किसानों और चावल उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जिससे राज्य की पहचान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत होगी।
वीडियो देखें: