
छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव में बोले उपराष्ट्रपति, “छत्तीसगढ़ के योगदान से विकसित भारत की परिकल्पना साकार होगी”
CG NEWS:- रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव के समापन समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने 36 प्रतिष्ठित व्यक्तियों को राज्य अलंकरण से सम्मानित किया।
उपराष्ट्रपति ने कहा: “छत्तीसगढ़ का योगदान भारत के विकास में अहम भूमिका निभाएगा। यहां की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्रगति की दिशा में निरंतर प्रयास देश के लिए प्रेरणादायक हैं।”
उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। इस मौके पर उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि “36 सम्मान देखकर मुझे ऊर्जा मिली है।”
READ MORE:- लोगों को लुभा रही है क्रिटिकल एवं स्ट्रैटेजिक मिनरल्स की प्रदर्शनी, मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का किया अवलोकन
छत्तीसगढ़: सांस्कृतिक और प्राकृतिक संपदा का प्रतीक
धनखड़ ने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विविधता और प्राकृतिक संपदा की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रचुर मात्रा में खनिज संपदा है, जो देश के औद्योगिक विकास में योगदान देती है। छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है, जिससे यह कृषि क्षेत्र में भी अपनी महत्वपूर्ण पहचान बनाए हुए है।
विशेषताएं | छत्तीसगढ़ का योगदान |
---|---|
खनिज संपदा | लौह अयस्क, कोयला |
कृषि | धान का कटोरा |
सांस्कृतिक धरोहर | समृद्ध लोक कला |
औद्योगिक संभावनाएं | विकास की दिशा में अग्रणी |
छत्तीसगढ़ के विकास में महिलाओं और युवाओं की भूमिका
उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्य के युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए राज्य सरकार कई योजनाओं पर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि महिला सशक्तिकरण के लिए महतारी वंदन योजना जैसी योजनाएं चल रही हैं, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्योत्सव के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह राज्य की एकता और उन्नति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाई जाएगी और इसके बाद राज्य को स्वर्णिम भविष्य की ओर ले जाने का संकल्प लिया जाएगा।

सांस्कृतिक और कलात्मक विकास को बढ़ावा
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि राज्य अलंकरण प्राप्त कलाकारों को ‘A1’ ग्रेड दिया जाएगा, जिससे उनकी कला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी। साथ ही, सभी श्रेणी के कलाकारों की कार्यक्रम सीमा बढ़ाई गई है, जिससे उनकी कला का प्रसार और अधिक हो सकेगा।
कलाकारों की श्रेणियां | अधिकतम कार्यक्रम सीमा (पुरानी) | अधिकतम कार्यक्रम सीमा (नई) |
---|---|---|
A श्रेणी | 10 | 20 |
B श्रेणी | 12 | 24 |

संविधान और राष्ट्रीय एकता पर जोर
उन्होंने संविधान दिवस (26 नवंबर) का जिक्र करते हुए युवाओं से संविधान की अहमियत समझने और उसके आदर्शों का पालन करने की अपील की। धनखड़ ने कहा कि आपातकाल के समय नागरिक अधिकारों पर लगे प्रतिबंधों से नई पीढ़ी को अवगत कराना आवश्यक है ताकि वे लोकतंत्र की सुरक्षा के प्रति सचेत रहें।
मुख्य बिंदु
- छत्तीसगढ़ के विकास में राज्य की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर का योगदान।
- महिला सशक्तिकरण और युवाओं के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन।
- छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों के लिए ‘A1’ ग्रेड की घोषणा।
- संविधान के आदर्शों की रक्षा की अपील।
इन 36 विभूतियों को मिला राज्य अलंकरण सम्मान:


