धर्म

Mahakumbhabhishekam 2025:- 270 साल बाद होगा पद्मनाभस्वामी मंदिर में ‘महाकुंभभिषेक’, इतने सालों बाद होनें का क्या है उद्देश्य, जानिए यहां

Mahakumbhabhishekam 2025:-270 वर्षों के बाद, केरल के प्रसिद्ध श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर में 8 जून 2025 को एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान ‘महाकुंभाभिषेक’ का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन मंदिर के हालिया जीर्णोद्धार के बाद, उसकी आध्यात्मिक ऊर्जा को पुनः जागृत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।


Mahakumbhabhishekam 2025:-महाकुंभाभिषेक: एक दुर्लभ अनुष्ठान

‘महाकुंभाभिषेक’ एक विशेष वैदिक अनुष्ठान है, जो मंदिर की दिव्यता और ऊर्जा को पुनः सक्रिय करने के लिए किया जाता है। यह अनुष्ठान सदियों में एक बार होता है और इसमें मंदिर की मूर्तियों, संरचनाओं और परिसर को विशेष मंत्रों, अभिषेकों और यज्ञों से शुद्ध किया जाता है।


अनुष्ठान की प्रमुख विशेषताएं

अनुष्ठानविवरण
ताजिकाकुडम का अभिषेकमंदिर के गर्भगृह के ऊपर नवनिर्मित स्वर्ण कलशों का वैदिक विधि से अभिषेक।
विश्वसेन मूर्ति की पुनः स्थापनाश्री पद्मनाभस्वामी के रक्षक विश्वसेन की मूर्ति की पुनः स्थापना, जिससे मंदिर का आध्यात्मिक संतुलन सुदृढ़ होगा।
अष्टबंध कलसमतिरुवंबाडी श्रीकृष्ण मंदिर में मुख्य मूर्ति के नीचे अष्टधातु और दुर्लभ जड़ी-बूटियों से विशेष आधार तैयार किया जाएगा, जो मूर्ति की स्थायित्व शक्ति को बढ़ाता है।

Mahakumbhabhishekam 2025:-270 वर्षों बाद क्यों हो रहा है महाकुंभाभिषेक?

महाकुंभाभिषेक तब किया जाता है जब मंदिर में बड़े पैमाने पर जीर्णोद्धार या संरचनात्मक परिवर्तन होते हैं। पिछली बार यह अनुष्ठान 1755 में त्रावणकोर राजवंश के काल में हुआ था। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति के निर्देशानुसार मंदिर में व्यापक जीर्णोद्धार कार्य पूरे किए गए हैं, जिनमें गर्भगृह की छत, मूर्तियों और जलाशयों की मरम्मत शामिल है ।


अनुष्ठान की तिथियाँ

तिथिकार्यक्रम
2 जून 2025शुद्धिकरण अनुष्ठान और कलश पूजा की शुरुआत
8 जून 2025मुख्य महाकुंभाभिषेक समारोह (सुबह 7:40 से 8:40 बजे तक)

पद्मनाभस्वामी मंदिर: एक संक्षिप्त परिचय

  • स्थान: तिरुवनंतपुरम, केरल
  • समर्पित: भगवान विष्णु (पद्मनाभस्वामी)
  • विशेषता: द्रविड़ वास्तुकला, रहस्यमय तहखाने, और विशाल संपत्ति
  • इतिहास: मंदिर का वर्तमान स्वरूप 18वीं शताब्दी में त्रावणकोर के महाराजा मार्तंड वर्मा द्वारा निर्मित ।

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