Exclusive:-कैंसर से बचाव के लिए रोज़ाना खाएं हल्दी, अनार, प्याज और जामुन

Exclusive:-कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचने के लिए अब डॉक्टर भी प्राकृतिक चीज़ों को डाइट में शामिल करने की सलाह दे रहे हैं। गुरुग्राम के एक प्रमुख ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. मनदीप सिंह मल्होत्रा ने बताया कि हल्दी, अनार, प्याज, जामुन और नींबू जैसे फलों और मसालों को रोज़ाना खाने से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
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Exclusive:-कैंसर से बचाव में मददगार प्राकृतिक चीज़ें
खाद्य पदार्थ | लाभ |
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हल्दी | सूजन कम करती है, कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रोकती है |
अनार | एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर, कोशिकाओं की रक्षा करता है |
प्याज | कैंसर से लड़ने वाले यौगिकों से युक्त |
जामुन | एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर से भरपूर |
नींबू | विटामिन C से भरपूर, इम्यून सिस्टम मजबूत करता है |
डॉक्टरों की राय: इंटीग्रेटिव ट्रीटमेंट का महत्व
डॉ. मनदीप सिंह मल्होत्रा का मानना है कि कैंसर के इलाज में केवल कीमोथेरेपी और सर्जरी ही नहीं, बल्कि पोषण और आयुर्वेदिक उपायों का भी महत्वपूर्ण योगदान है। उनके अनुसार, इंटीग्रेटिव ट्रीटमेंट से मरीजों को बेहतर परिणाम मिलते हैं।
कमाला की कहानी: स्टेज 4 कैंसर से जीत
न्यूजीलैंड की कमाला को स्टेज 4 ओवेरियन कैंसर था। भारत में डॉ. मनदीप के पास इलाज करवाने के बाद, जिसमें कीमोथेरेपी के साथ-साथ पोषण और आयुर्वेदिक उपाय शामिल थे, कमाला अब पूरी तरह स्वस्थ हैं।
क्या है इंटीग्रेटिव ट्रीटमेंट?
इंटीग्रेटिव ट्रीटमेंट में एलोपैथिक इलाज (जैसे कीमोथेरेपी और सर्जरी) के साथ-साथ आयुर्वेद, पोषण और योग जैसी पारंपरिक विधियों को शामिल किया जाता है। इससे मरीजों को शारीरिक और मानसिक रूप से लाभ होता है।