Train Story:-‘लड्डू गोपाल’ ट्रेन में छूटे, डॉ. नाजिया ने निभाई इंसानियत, अब RPF से मदद की गुहार

Train Story:-बिजुरी के त्रिपाठी परिवार के लिए उनका प्यारे लड्डू गोपाल सिर्फ एक मूर्ति नहीं, बल्कि भगवान का जीवंत रूप हैं। पिछले एक साल से पूरा परिवार उनकी सेवा करता आ रहा है। हाल ही में वे वृंदावन दर्शन के लिए निकले थे, लेकिन लौटते समय एक चूक के कारण लड्डू गोपाल ट्रेन में ही छूट गए।
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Train Story:-डॉ. नाजिया बनीं मददगार
वृंदावन से लौटते समय एक ट्रेन में डॉ. नाजिया भी सहयात्री थीं। तकनीकी गड़बड़ी के कारण उनकी टिकट में दिक्कत आई, जिसे त्रिपाठी परिवार ने हल किया। इसी दौरान नंबरों का आदान-प्रदान हुआ।
बाद में अनूपपुर स्टेशन पर परिवार ट्रेन से उतर गया, लेकिन हड़बड़ी में लड्डू गोपाल सीट पर ही रह गए।
परिवार ने तुरंत डॉ. नाजिया से संपर्क किया और उनसे अनुरोध किया कि वे लड्डू गोपाल को रायपुर में उनके परिजनों को सौंप दें।
ट्रेन के रायपुर पहुंचते ही, डॉ. नाजिया लड्डू गोपाल को हाथों में लेकर प्लेटफॉर्म पर मौजूद थीं। उन्होंने संपूर्ण श्रद्धा और आदर के साथ उन्हें सौंपा।
कहां रखा गया लड्डू गोपाल?
परिजनों ने गुढ़ियारी, रायपुर के डॉ. विकास अग्रवाल के घर उन्हें रखा है। दरअसल, त्रिपाठी परिवार के परिजन वहीं किराये पर रहते हैं।
अब डॉ. अग्रवाल ने RPF से अपील की है कि लड्डू गोपाल को ससम्मान बिजुरी भेजा जाए।
Train Story:-धार्मिक नियमों का भी ध्यान
परिवार ने बताया कि 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी है, जिसके बाद भगवान विष्णु विश्राम में चले जाते हैं। इस समय के दौरान पूजा नियमों में बदलाव होता है।
लेकिन परिवार का मानना है कि यदि 4 या 5 जुलाई को लड्डू गोपाल को रवाना किया जाता है, तो सेवा नियमों में कोई विघ्न नहीं होगा।
“अगर RPF मदद नहीं कर पाई, तो मैं खुद रायपुर जाकर लड्डू गोपाल को लेने आऊंगा।”
— विजय चंद्र त्रिपाठी, बिजुरी
Train Story:-RPF क्या कहती है?
IG मुन्नवर खुर्शीद ने फिलहाल बातचीत में कहा है कि यदि मदद की अपील की गई है, तो जरूर सहायता की जाएगी।
इंस्पेक्टर कर्मपाल सिंह गुर्जर (रायपुर RPF पोस्ट) ने बताया कि:
“डॉ. अग्रवाल से संपर्क हुआ है, हम प्रयास कर रहे हैं कि लड्डू गोपाल को सुरक्षित और सम्मान के साथ बिजुरी भेजा जाए।“