
सीबीआई ने बजरंग इस्पात के डायरेक्टर और टामन सोनवानी को किया गिरफ्तार
सीएम बोले – युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा
CGPSC Scam :-छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक और गारंटी पूरी कर दिखायी है। सीजीपीएससी (Chhattisgarh Public Service Commission) भर्ती घोटाले में सीबीआई (CBI) ने श्री बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड (Shri Bajrang Power & Ispat Ltd) के निदेशक एसके गोयल और छत्तीसगढ़ पीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी को गिरफ्तार किया है।
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सीएम ने दिया सख्त संदेश
मुख्यमंत्री साय ने ट्वीट करते हुए युवाओं से पढ़ाई पर ध्यान देने की अपील की। उन्होंने लिखा:
“हमारी सरकार युवाओं के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उनके भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को कड़ी सजा मिलेगी।”
क्यों हुई गिरफ्तारी?
सीबीआई की जांच में खुलासा हुआ कि 2020-22 के दौरान छत्तीसगढ़ पीएससी की परीक्षाओं में घोटाला हुआ। इसमें डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और अन्य वरिष्ठ पदों के लिए उम्मीदवारों के चयन में गड़बड़ी के आरोप हैं।
घोटाले से जुड़े प्रमुख तथ्य | विवरण |
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गिरफ्तारी | एसके गोयल और टामन सोनवानी |
मामला दर्ज हुआ | 2020-22 के बीच |
आरोप | रिश्वत के जरिए चयन प्रक्रिया में हेरफेर |
शामिल पद | डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी, वरिष्ठ पद |
रिश्वत का मामला
एसके गोयल पर आरोप है कि उन्होंने कांग्रेस नेता सुधीर कटियार की बेटी और दामाद को पीएससी में चयनित कराने के लिए रिश्वत दी।
श्री बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड
छत्तीसगढ़ में स्थापित यह कंपनी इस्पात उत्पादन में अग्रणी है और 2002 से उद्योग में सक्रिय है।
- विशेषज्ञता: लौह अयस्क और इस्पात उत्पाद।
- प्रतिबद्धता: नवीन तकनीकों और प्रक्रियाओं के साथ नवाचार।
सीबीआई की प्रेस विज्ञप्ति
सीबीआई के अनुसार, यह कार्रवाई पीएससी भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने और युवाओं के हित सुरक्षित करने के लिए की गई है।
मुख्यमंत्री का संदेश:
सीएम साय ने युवाओं के भविष्य को सुरक्षित रखने का वादा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही।