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Supreme Court Report:-जस्टिस यशवंत वर्मा कैश केस: स्टोर रूम में नोटों का ढेर, सिर्फ परिवार को थी पहुंच – समिति की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

Supreme Court Report:-दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस यशवंत वर्मा के घर से अधजली नकदी मिलने के मामले में सुप्रीम कोर्ट की जांच समिति की रिपोर्ट सामने आ गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि स्टोर रूम में नोटों से भरा कमरा पूरी तरह वर्मा और उनके परिवार के नियंत्रण में था, किसी और को वहां जाने की इजाज़त नहीं थी।
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Supreme Court Report:-मुख्य बातें :
बिंदु | विवरण |
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घटना | मार्च 2025, दिल्ली में सरकारी आवास में आग लगी |
बरामदगी | ₹500 के अधजले नोटों का बड़ा ढेर |
अनुमति | स्टोर रूम में केवल वर्मा और परिवार को पहुंच |
समिति | सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई तीन जजों की जांच टीम |
रिपोर्ट सौंपने की तारीख | 4 मई 2025 |
रिपोर्ट की लंबाई | 64 पेज |
वर्मा का बयान | आरोपों से इनकार, इस्तीफा नहीं देंगे |
जांच समिति ने क्या कहा?
- जांच समिति ने 55 गवाहों से पूछताछ की।
- स्टोर रूम जस्टिस वर्मा के नियंत्रण में था।
- कोई बाहरी व्यक्ति वहां नहीं जा सकता था।
- इन बिंदुओं के आधार पर, महाभियोग चलाने की सिफारिश की गई।
10 चश्मदीद गवाहों के बयान (संक्षेप में):
गवाह | विवरण |
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1. अंकित सहवाग | टॉर्च की रोशनी में गीले अधजले नोट देखे |
2. प्रदीप कुमार | पांव से टकराया, झुककर देखा – नोटों का ढेर |
3. मनोज मेहलावत | घटनास्थल की तस्वीरें लीं, वीडियो में आवाज़ भी |
4. भंवर सिंह | 20 साल के करियर में पहली बार इतनी नकदी देखी |
5. प्रविंद्र मलिक | जली नकदी प्लास्टिक बैग में, लिकर कैबिनेट से आग बढ़ी |
6. सुमन कुमार | रिपोर्ट दी, पर सीनियर बोले – “बड़े लोगों की बात है” |
7. राजेश कुमार | अधजली नकदी और वीडियो रिकॉर्डिंग देखी |
8. सुनील कुमार | तीन वीडियो बनाए, कोई वायरल नहीं हुआ |
9. रूप चंद | नोट दीवार से दरवाजे तक फैले थे |
10. उमेश मलिक (SHO) | 1.5 फीट ऊंची नोटों की परत देखी |
Supreme Court Report:-पैनल में कौन-कौन थे?
नाम | पद |
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जस्टिस शील नागू | चीफ जस्टिस, पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट |
जस्टिस जीएस संधावालिया | चीफ जस्टिस, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट |
जस्टिस अनु शिवरामन | जज, कर्नाटक हाईकोर्ट |
जस्टिस वर्मा की सफाई:
- आरोपों को “झूठा” और “बदनाम करने की साजिश” बताया।
- कहा, “मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। स्टोर रूम की नकदी से मेरा कोई लेना-देना नहीं।”
घटना का Timeline:
तारीख | घटना |
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22 मार्च | आग लगने की घटना |
4 मई | पैनल ने CJI को रिपोर्ट सौंपी |
जून 2025 | रिपोर्ट मीडिया में उजागर हुई |
Supreme Court Report:-क्या है अगला कदम?
समिति ने कहा कि महाभियोग चलाने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद हैं। अब यह संसद पर निर्भर करेगा कि वह इस पर क्या फैसला लेती है।