India Pakistan tension:- बांग्लादेश के पूर्व जनरल की धमकी: “भारत ने हमला किया तो हम ‘सेवन सिस्टर्स’ पर कब्जा करेंगे”

India Pakistan tension:-बांग्लादेश के रिटायर्ड मेजर जनरल ए.एल.एम. फजलुर रहमान ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को भारत के पूर्वोत्तर के सात राज्यों—असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा—पर कब्जा कर लेना चाहिए। रहमान ने इस योजना में चीन की मदद लेने की भी बात कही है।
READ MORE:- छत्तीसगढ़ में मौसम का कहर: 21 जिलों में येलो अलर्ट, तेज आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी
रहमान का बयान
रहमान ने फेसबुक पर लिखा:
“अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को ‘सात बहनों’ पर कब्जा करना चाहिए। इसके लिए चीन के साथ मिलकर सैन्य योजना बनानी होगी।”
कौन हैं मेजर जनरल ए.एल.एम. फजलुर रहमान?
- बांग्लादेश राइफल्स (अब बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश) के पूर्व प्रमुख।
- बांग्लादेश के पूर्व मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के करीबी माने जाते हैं।
भारत-बांग्लादेश संबंधों पर असर
यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और बांग्लादेश अपने संबंधों में सुधार की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में भारत में शरण लेने वाली पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है।
मुहम्मद यूनुस की पूर्व टिप्पणी
मार्च में चीन यात्रा के दौरान मुहम्मद यूनुस ने भी भारत के पूर्वोत्तर राज्यों को लेकर विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने इन राज्यों को “भू-आबद्ध क्षेत्र” कहा और बांग्लादेश को “समुद्र का एकमात्र संरक्षक” बताया, जिससे चीन के लिए अवसर पैदा हो सकता है।
भारत-पाकिस्तान में बढ़ता तनाव
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। पाकिस्तान ने कहा है कि भारत कभी भी उस पर हमला कर सकता है।
पूर्वोत्तर भारत के ‘सात बहनें’ राज्य
| राज्य | विशेषताएं |
|---|---|
| असम | चाय उत्पादन, ब्रह्मपुत्र नदी |
| अरुणाचल प्रदेश | पर्वतीय क्षेत्र, प्राकृतिक सौंदर्य |
| मणिपुर | सांस्कृतिक विविधता, लोक नृत्य |
| मेघालय | सबसे अधिक वर्षा, जीवंत परंपराएं |
| मिजोरम | पहाड़ी इलाका, बांस उद्योग |
| नागालैंड | जनजातीय संस्कृति, हॉर्नबिल महोत्सव |
| त्रिपुरा | ऐतिहासिक स्थल, बांस और रेशम उद्योग |
