छत्तीसगढ़

फरवरी से सरकारी ऑफिसों में लगेंगे स्मार्ट डिजिटल प्रीपेड बिजली मीटर

केंद्र सरकार के केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने सभी राज्यों में स्मार्ट डिजिटल मीटर लगाने की योजना बनाई है। प्राधिकरण ने उपभोक्ताओं के पोस्ट पेड मीटर को बदलकर प्रीपेड मीटर लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। रायपुर संभाग के लिए 1,744 करोड़ रूपए का टेंडर टाटा एन वन कंपनी को दिया गया है। प्रीपेड मीटर को पहले रिचार्ज करना होगा इसके बाद उपलब्ध बैलेंस के आधार पर बिजली का इस्तेमाल किया जा सकेगा। बैलेंस खत्म होने पर बिजली बंद हो जाएगी। बैलेंस खत्म होने के तीन दिन पहले उपभोक्ता को मैसेज के जरिए सूचित किया जाएगा। जिससे की वो अपने बिजली के मीटर को रिचार्ज कर सकें। इससे बिजली विभाग में मीटर रीडिंग लेने के लिए कर्मचारी को भेजने की जरुरत नहीं होगी। इसके साथ ही बिजली के इस्तेमाल के बाद बिल न भरने वालों पर भी लगाम लगेगी। जिससे विद्युत कंपनी को बकाया राशि वसूलने जैसी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

इन समस्याओं को दूर करने प्रीपेड मीटर लगाने की कवायद
अभी सभी जगहों पर पोस्ट पेड मीटर लगा हुआ है। ऐसे में महीनेभर बिजली के इस्तेमाल के बाद महीने भर बाद बिल आता है। ऐसे में बिजली कंपनी को बिल का भुगतान प्राप्त करने में डेढ़ महीने का समय लग जाता है। इसके साथ ही बहुत सरे लोग व संसथान बिजली बिल का भुगतान भी नहीं करते है। जिसकी वजह से बिजली कंपनी को नुकसान होता है। इसके साथ ही मीटर रीडिंग लेने के लिए घरो तक भेजना पड़ता है। कई बार रीडिंग गलत होने की वजह से बिल अधिक या कम आ जाता है। जिसकी वजह से लोगो के साथ ही कंपनी को भी दिक्कतों का समाना करना पड़ता है। प्रीपेड मीटर लगने से ये सभी दिक्कते दूर होने की संभावना है।

फरवरी में सबसे पहले सरकारी विभागों में लगाएंगे प्रीपेड मीटर
सीएसपीडीसीएल के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर में कंट्रोल सेंटर बनाया जा रहा है। फरवरी में सबसे पहले सरकारी विभागों के मीटर बदलने की तैयारी की जा रही है। इसके बाद छोटे व्यापारिक संस्थानों और घरेलु उपभोक्ताओं के यहाँ स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। 2025 तक मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है।

जितना प्रीपेड मीटर में बैलेंस उतनी बिजली का कर सकेंगे इस्तेमाल
विद्युत कंपनी के अधिकारियो से मिली जनकारी के अनुसार मीटर को मोबाइल के बैलेंस की तरह रिचार्ज करना होगा। जितना रुपए का रिचार्ज मीटर में होगा उतनी बिजली का इस्तेमाल किया जा सकेगा। यदि रात के समय प्रीपेड का बैलेंस खत्म होता है तो तत्काल बिजली बंद नहीं की जाएगी। मीटर रिचार्ज करवाने के लिए लोगों को सुबह तक समय दिया जायेगा। सुबह तक इस्तेमाल की गई बिजली का बिल भुगतान रिचार्ज करने के बाद बैलेंस में से ही खुद ब खुद कट जाएगा।

11 केवी फीडर, ट्रांसफार्मर व सरकारी दफ्तरों के मीटर पहले बदला जाएगा
सीएसपीडीसीएल के अधिकारियो के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में सबसे पहले 11 केवी फीडर के मीटर को बदला जायेगा। ट्रांसफॉर्मर और सरकारी दफ्तरों में भी स्मार्ट मीटर लगवाया जायेगा। फीडर व ट्रांसफॉर्मर में स्मार्ट मीटर लगवाने से इनका लाइव फीड विभाग के पास रहेगा। मीटर की रीडिंग को जानने के लिए किसी कर्मचारी को रीडिंग लेने के लिए भेजना नहीं पड़ेगा। बिजली के फीडर से ट्रांसफार्मर तक सप्लाई के साथ कितना लॉस हो रहा है इसको जानकर कम किया जा सकेगा। इन तीनों कार्यों को प्राथमिक के साथ किया जाएगा इसके साथ ही घरेलु उपभोग्ताओं के मीटर को भी बदला जाएगा। इसके लिए किसी भी प्रकार की राशि उपभोग्ताओ से नहीं ली जाएगी।

11 केवी फीडर मीटर8,000
ट्रांसफार्मर2 लाख 4 हजार
सरकारी दफ्तर50 हज़ार
प्रदेशभर में बदले जाएंगे इतने मीटर

रायपुर में टाटा कंपनी का कंट्रोल सेंटर तैयार किया जा रहा है। सेटअप और साफ्टवेयर भी तैयार हो रहे हैं। सबसे पहले सरकारी दफ्तरों में लगाए जाएंगे। फरवरी से इसका काम शुरू हो जाएगा। इसके बाद घरेलू उपभोक्ताओं के मीटर बदले जाएंगे। -मनोज खरे, एमडी सीएसपीडीसीएल

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