Mughal Emperor Cried to See Musk Melon:-एक खरबूजे ने रुला दिया मुगल बादशाह को! ना अकबर, ना औरंगजेब, ना शाहजहां… फिर कौन था वो?

Mughal Emperor Cried to See Musk Melon:-एक झलक में रो पड़ा शासक!
मुगल इतिहास में एक बादशाह ऐसा भी था जिसे कस्तूरी खरबूजा देखकर रो आ गया था। ये बादशाह कोई और नहीं, बल्कि मुगल सल्तनत का संस्थापक ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर था।
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कौन था बाबर?
जानकारी | विवरण |
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पूरा नाम | ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर |
जन्म | 1483, फरगना घाटी (वर्तमान उज़्बेकिस्तान) |
वंश | तैमूर (पिता की ओर से), चंगेज़ खान (माता की ओर से) |
भारत आगमन | 1526, पानीपत की पहली लड़ाई जीतकर |
मृत्यु | 1530, आगरा |
बाबर और खरबूजा – एक भावुक किस्सा
बाबर को मध्य एशिया के फल, खासकर कस्तूरी खरबूजा, बेहद पसंद था। भारत आने के बाद उसे यहां का खाना और गर्म मौसम बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था।
एक बार जब वो युद्ध की तैयारी में था, किसी ने उसे उज़्बेकिस्तान से मंगवाया कस्तूरी खरबूजा दिया। खरबूजा देखकर बाबर भावुक हो गया, उसकी आँखों में आँसू आ गए।
क्योंकि… उस पल में उसे अपना बचपन, मातृभूमि और परिवार याद आ गया। इस वाकये का जिक्र बाबर ने अपनी आत्मकथा बाबरनामा में किया है।
बाबर की खास बातें
विषय | जानकारी |
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आत्मकथा | बाबरनामा (तुर्की भाषा में), बाद में फारसी-अंग्रेज़ी में अनुवादित |
पसंद | प्रकृति, बागवानी, कविता, युद्ध नीति |
खास निर्माण | आराम बाग (आगरा), खत-ए-बाबरी (लिपि) |
युद्ध जीत | पानीपत (1526), खानवा (1527), चंदेरी (1528), घाघरा (1529) |
बेटे से प्रेम | हुमायूं की बीमारी में बाबर ने खुद की जान मांगी थी |
दिलचस्प तथ्य
🔹 बाबर ने भारत में तोपखाने का पहला उपयोग किया
🔹 भारत में लूट और धर्म परिवर्तन पर रोक लगाई
🔹 बेटी गुलबदन बेगम ने “हुमायूननामा” लिखा
🔹 बाबर ने अपने सैनिकों के लिए शराब पर बैन और व्यापारिक टैक्स खत्म किए
बाबर का जीवन संक्षेप में:
वर्ष | घटना |
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1494 | 11 साल की उम्र में पिता की मौत, फरगना की गद्दी मिली |
1504 | काबुल पर कब्जा |
1526 | पानीपत युद्ध जीतकर दिल्ली पर राज |
1530 | निधन (हुमायूं को राज सौंपा) |