
Maharashtra Election 2024:-महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के बीच शिवसेना (यूबीटी) ने चुनावी समीकरण बदलने की कोशिश की है। वर्सोवा सीट से शिवसेना (यूबीटी) के इकलौते मुस्लिम उम्मीदवार हारून खान ने शिव मंदिर में पूजा-अर्चना कर राजनीति में नई हलचल मचा दी।
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हारून खान का शिव मंदिर में दौरा
हारून खान ने शिवलिंग पर जल अर्पित किया और भगवान शिव की आरती की। पुजारी ने उन्हें तिलक लगाकर आशीर्वाद दिया। इसके बाद हारून ने मंदिर के आसपास के इलाकों में लोगों से संवाद किया।
कार्यक्रम | तारीख | स्थान |
---|---|---|
शिव मंदिर में पूजा | 16 नवंबर 2024 | वर्सोवा, मुंबई |
जनसंपर्क अभियान | 16 नवंबर 2024 | मंदिर के आसपास |
राजनीति में हिंदुत्व का नया समीकरण?
- हारून खान 30 साल से शिवसेना से जुड़े हैं।
- एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद भी वह उद्धव ठाकरे के साथ खड़े रहे।
- वर्सोवा सीट, जहां मुस्लिम आबादी प्रमुख है, को बीजेपी और एआईएमआईएम के गढ़ के रूप में देखा जाता है।
हारून खान का मंदिर जाना:
- संकेत: शिवसेना (यूबीटी) का हिंदुत्व को लेकर नया संदेश।
- चुनौती: वर्सोवा में केवल मुस्लिम मतदाताओं के भरोसे जीत संभव नहीं।
उद्धव ठाकरे का बड़ा कदम
उद्धव ठाकरे ने हारून को मातोश्री बुलाकर उम्मीदवार बनाया। ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड द्वारा मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देने की मांग के बाद यह निर्णय लिया गया। हारून ठाकरे के विश्वासपात्र माने जाते हैं।
क्या कहते हैं आंकड़े?
वर्सोवा विधानसभा सीट | कुल मतदाता | मुस्लिम आबादी |
---|---|---|
1,10,000 | 40% | 44,000 |
बीजेपी और एआईएमआईएम के मजबूत जनाधार के बीच शिवसेना (यूबीटी) हारून के जरिए वर्सोवा में नया समीकरण बनाने की कोशिश कर रही है।
राजनीतिक बयानबाजी तेज
हारून खान के मंदिर जाने को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) ने इसे ‘सर्वधर्म समभाव’ का प्रतीक बताया।