Liquor Scam:-छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: भूपेश बघेल के बेटे को 16.70 करोड़ नकद मिले, ED का बड़ा खुलासा, कल कोर्ट में पेशी

Liquor Scam:-छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दावा किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को इस घोटाले से 16.70 करोड़ रुपये नकद मिले थे। ईडी का कहना है कि इस रकम को चैतन्य ने अपनी रियल एस्टेट कंपनियों में निवेश किया। अब उन्हें 22 जुलाई को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा, जहां ईडी उनकी कस्टडी बढ़ाने की मांग करेगी।
ईडी ने सोमवार को प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि चैतन्य बघेल को 18 जुलाई को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) 2002 के तहत गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल ईडी की पांच दिन की हिरासत में हैं, जो 22 जुलाई को पूरी हो रही है।
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Liquor Scam:-ईडी के मुताबिक, चैतन्य ने नकद रकम को अपने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में नकद भुगतान और बैंक ट्रांजैक्शन के जरिए खपाया। जांच में यह भी सामने आया कि चैतन्य ने त्रिलोक सिंह ढिल्लों के साथ साजिश कर “विठ्ठलपुरम प्रोजेक्ट” में उनके कर्मचारियों के नाम पर फ्लैट खरीद दिखाकर 5 करोड़ रुपये की हेराफेरी की। यह पैसा शराब सिंडिकेट से आया था, और इसका बैंकिंग रिकॉर्ड भी मौजूद है।
ईडी की जांच में यह भी सामने आया है कि चैतन्य बघेल ने 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा की अवैध संपत्ति को हैंडल किया है। उन्होंने यह काम अनवर ढेबर और छत्तीसगढ़ कांग्रेस के तत्कालीन कोषाध्यक्ष के साथ मिलकर किया। यह धनराशि आगे बघेल परिवार के करीबी लोगों को निवेश के लिए दी गई। फिलहाल इन लेन-देन की विस्तृत जांच चल रही है।
Liquor Scam:-इस घोटाले में पहले भी कई बड़े नाम गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, कारोबारी अरविंद सिंह, त्रिलोक सिंह ढिल्लों, अनवर ढेबर, ITS अधिकारी अरुण पति त्रिपाठी और पूर्व मंत्री व विधायक कवासी लखमा शामिल हैं।
ईडी की जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे होने की संभावना है।
