रायपुर

Inspirational Event:- “50-झकास” कार्यक्रम में गूंजे सुनहरे दौर के नग़मे, बुजुर्गों ने खोली यादों की पोटली, ट्रेनर्स ने उम्र को जवां रकने का दिया मूलमंत्र

Inspirational Event:- सिविल लाइन स्थित वृंदावन हॉल में सुहिणी सोच संस्था द्वारा “50-झकास” नामक एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य 50 वर्ष से अधिक उम्र के दंपत्तियों को सम्मान देना और उनके सुनहरे पलों को फिर से जीने का अवसर देना था।

कार्यक्रम की शुरुआत संस्था की अध्यक्ष दीक्षा बुधवानी और पूर्व अध्यक्ष करिश्मा कमलानी ने दीप प्रज्वलन और गायत्री मंत्र के साथ की। इस मौके पर संस्था की संस्थापक मनिषा तारवानी ने घोषणा की कि अब सुहिणी सोच एजुकेशन फंड की शुरुआत की जा रही है, जिससे गरीब और होनहार बच्चों को आईएएस, पुलिस अधिकारी, इंजीनियर, डॉक्टर, सीए, पायलट आदि बनने में मदद दी जाएगी।

कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने अलग-अलग विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। सीए चेतन तारवानी ने कहा कि जीवनसाथी के साथ हर तरह के निवेश और फैसलों को साझा करना जरूरी होता है। उन्होंने यह भी बताया कि बुजुर्गों और नई पीढ़ी के बीच तालमेल कैसे बेहतर बनाया जा सकता है।

Inspirational Event:-एडवोकेट जानकी बिलथरे ने 50+ उम्र के लोगों को उनके कानूनी अधिकारों की जानकारी दी और संपत्ति विवादों को सुलझाने के सुझाव भी दिए। योगा ट्रेनर सागर मलाकर ने शरीर के सही पोस्चर और रीढ़ की हड्डी की देखभाल पर प्रकाश डाला।

मोटिवेशनल स्पीकर नेहा सालमोन ने उपस्थित जनसमूह को स्वास्थ्य, मानसिक तनाव और जीवन के उतार-चढ़ाव पर प्रेरणात्मक बातें बताईं। उन्होंने बचपन की भूली-बिसरी यादों को ताजा करते हुए कहा कि हर जीवन संघर्ष भी एक कहानी है।

एंकर शीलू शर्मा ने अपनी बेहतरीन एंकरिंग और मनोरंजक गतिविधियों से दर्शकों को बांधे रखा। अंताक्षरी, डांस और रोमांटिक गीतों पर थिरकते 50+ कपल्स ने पुराने दिनों की यादें ताजा कर दीं। “ए मेरी जोहरा जबीं” जैसे गानों पर लोगों ने खूब तालियां बटोरीं।

कार्यक्रम के खास आकर्षण का केंद्र रहे वे आठ गोल्डन जुबली जोड़े, जिनका 50 वर्षों से अधिक का वैवाहिक जीवन रहा है। इन सभी जोड़ों को मंच पर बुलाकर शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इससे सभी दर्शकों की आंखें नम हो गईं और तालियों की गूंज से माहौल भावुक हो उठा।

Inspirational Event:-कार्यक्रम में एक और प्रेरणादायक पल तब आया जब 21 वर्षीय भूमिका कुकरेजा को कमर्शियल पायलट बनने पर सम्मानित किया गया। उनके पिता विजय कुकरेजा और दादा मनोहर कुकरेजा की उपस्थिति में यह क्षण गर्व से भर गया।

कार्यक्रम में श्रीचंद सुंदरानी समेत शहर के कई प्रतिष्ठित नागरिकों ने हिस्सा लिया और आयोजन की सराहना की। मीनाक्षी टूटेजा ने मेडिटेशन सत्र के ज़रिए सकारात्मक सोच और ब्रह्म मुहूर्त में जागने के लाभों को सरलता से समझाया।

Inspirational Event:-यह कार्यक्रम बुजुर्गों को सम्मान देने, प्रेरणा देने और नई पीढ़ी को पुराने मूल्यों से जोड़ने की एक अनोखी पहल साबित हुआ।

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