Constitution Day:-संविधान दिवस पर प्रशासन की बड़ी लापरवाही: बाबा साहेब की प्रतिमा धूल और गंदगी में सनी, देर शाम हुई सफाई

Constitution Day:-छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में संविधान दिवस (26 नवंबर) के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। जगह-जगह संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी गई और संविधान की प्रस्तावना का वाचन हुआ। लेकिन जिला संयुक्त कार्यालय परिसर में स्थित बाबा साहेब की आदमकद प्रतिमा धूल और पक्षियों की गंदगी से सनी पाई गई। यह घटना प्रशासनिक लापरवाही का बड़ा उदाहरण बनी।
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घटनाक्रम की मुख्य बातें:
तिथि | घटना विवरण |
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26 नवंबर, सुबह | संविधान दिवस पर कार्यक्रम आयोजित, संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया। |
दिनभर | संयुक्त कार्यालय परिसर में बाबा साहेब की प्रतिमा गंदगी में सनी रही। |
शाम | मीडिया द्वारा जानकारी मिलने पर प्रशासन ने संज्ञान लिया। |
देर शाम | प्रतिमा की सफाई दो बोतल पानी से की गई। |
प्रशासनिक चूक और कार्रवाई
- संविधान दिवस पर, जहां देशभर में बाबा साहेब को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए, वहीं बालोद जिले के संयुक्त कार्यालय परिसर में स्थापित उनकी प्रतिमा उपेक्षित रही।
- अपर कलेक्टर को जब इस चूक की जानकारी दी गई, तो उन्होंने कार्यालय अधीक्षक अश्वनी नायक को फटकार लगाई।
- देर शाम, कार्यालय बंद होने के बाद एक कर्मचारी ने प्रतिमा की सफाई की।
स्थानीय लोगों की नाराजगी
विहिप जिला उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने घटना पर नाराजगी व्यक्त की।
उन्होंने कहा, “यह बाबा साहेब का अपमान है। इसकी लिखित शिकायत प्रदेश के डिप्टी सीएम अरुण साव और अन्य वरिष्ठ नेताओं से की जाएगी।”
साहू समाज के कार्यक्रम में इस मुद्दे को गंभीरता से उठाने की बात कही गई है।
लोगों की प्रतिक्रिया और सुझाव
स्थानीय लोग प्रशासन की लापरवाही से नाराज हैं। उन्होंने मांग की कि:
प्रशासन को ऐसे मौकों पर संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।
बाबा साहेब की प्रतिमाओं की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए।

संविधान दिवस कार्यक्रम बनाम प्रशासनिक चूक
कार्यक्रम | स्थिति |
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संविधान की प्रस्तावना का वाचन | आयोजित |
बाबा साहेब की प्रतिमा की सफाई | उपेक्षित (देर शाम हुई) |
श्रद्धांजलि और माल्यार्पण | समय पर नहीं हुआ |