Bangladesh:-ISKCON प्रमुख चिन्मय कृष्ण की मुश्किलें बढ़ीं, 17 लोगों के बैंक खाते फ्रीज, वित्तीय लेन-देन की जांच शुरू
Bangladesh:- बांग्लादेश में ISKCON प्रमुख चिन्मय कृष्ण दास की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। बांग्लादेश के वित्तीय खुफिया विभाग (BFIU) ने एक आदेश जारी कर चिन्मय कृष्ण दास समेत ISKCON से जुड़े 17 लोगों के बैंक खातों को एक महीने के लिए फ्रीज कर दिया है। इन खातों पर लेन-देन पर रोक लगाई गई है और बैंक व वित्तीय संस्थानों से तीन दिनों के भीतर सभी ट्रांजेक्शन डिटेल्स मांगी गई हैं।
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घटना की मुख्य बातें:
घटना | विवरण |
---|---|
खाते फ्रीज | 17 लोगों के बैंक खाते फ्रीज |
समय सीमा | एक महीने के लिए रोक |
जांचकर्ता संस्था | बांग्लादेश वित्तीय खुफिया इकाई (BFIU) |
जानकारी की मांग | सभी लेन-देन और वित्तीय विवरण |
25 नवंबर को बांग्लादेश में चटगांव स्थित पुंडरीक ISKCON धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद से देशभर में ISKCON समर्थकों ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
चिन्मय कृष्ण की गिरफ्तारी का कारण:
- बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और मंदिरों पर हमले को लेकर उन्होंने हिंदू समुदाय को एकजुट होने का आह्वान किया था।
- उनकी गिरफ्तारी के बाद ISKCON के करीब 70 मंदिरों से जुड़े 50,000 से अधिक लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
शेख हसीना का बयान:
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और आवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा,
“सनातन धर्म के एक शीर्ष नेता को अन्यायपूर्ण तरीके से गिरफ्तार किया गया है। उन्हें तत्काल रिहा किया जाना चाहिए।”
इसके साथ ही उन्होंने हाल ही में चटगांव में एक वकील की हत्या पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसे मानवाधिकारों का हनन बताया। उन्होंने दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की।
मौजूदा हालात पर नजर:
बांग्लादेश में इस समय स्थिति संवेदनशील बनी हुई है। ISKCON समर्थकों के प्रदर्शन और शेख हसीना के बयान के बाद सरकार पर दबाव बढ़ता दिख रहा है।
इन्फोग्राफिक: ISKCON का बांग्लादेश में प्रभाव
मंदिरों की संख्या | समर्थकों की संख्या |
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70 | 50,000+ |
प्रमुख सवाल
क्या यह मामला धार्मिक स्वतंत्रता के हनन से जुड़ा है?
क्या चिन्मय कृष्ण दास को जल्द रिहा किया जाएगा?
ISKCON समर्थकों के प्रदर्शन का क्या असर होगा?