BREAKING
Railway News:- सीमा पार दोस्ती को रफ्तार — अब ट्रेन से भूटान पहुँचना होगा आसान: मोदी सरकार लाएगी 2 नई रेल लाइनें

Railway News:-भारत और भूटान के बीच दोस्ती को एक नई दिशा देने के लिए केंद्र सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं। सोमवार को रिलायना मंत्रालय ने 4,033 करोड़ रुपये की लागत से दो महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं को मंजूरी दी। इन परियोजनाओं से न सिर्फ यात्रियों के लिए सुविधा बढ़ेगी, बल्कि व्यापार और पर्यटन को भी बल मिलेगा।
अब आप ट्रेन से सीधे भूटान पहुंच सकेंगे — यह सपना जल्द सच होने वाला है।
READ MORE:- “छोटी सी इलायची, फायदे इतने बड़े – स्वाद ही नहीं, सेहत का भी खजाना है ये मसाला”
Railway News:-परियोजनाओं का संक्षिप्त विवरण
परियोजना | भारत की ओर स्टेशन | भूटान की ओर स्टेशन | दूरी (किमी) | अनुमानित लागत (₹ करोड़) | अर्थ व महत्व |
---|---|---|---|---|---|
1 | असम के कोकराझार | भूटान के गेलफू | 69 | 3,456 | यह भारत और भूटान की पहली प्रत्यक्ष रेल कड़ी होगी |
2 | पश्चिम बंगाल के बनरहाट | भूटान के समत्से | 20 | 577 | सीमित दूरी पर व्यापार और आवागमन आसान होगा |
Railway News:-कैसे बदलेगा परिदृश्य
- सीधी रेल सेवा — अब “कोकराझार → गेलफू” और “बनरहाट → समत्से” के मार्ग खुलेगा, जिससे सीमा पार यात्रा आसान होगी।
- व्यापार को बढ़ावा — भारत और भूटान के बीच आयात-निर्यात का समय और लागत दोनों घटेंगे।
- पर्यटन की बढ़त — आसान यात्रा व्यवस्था से पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
- सांस्कृतिक संपर्क — लोग, संस्कृति और परंपराएँ दोनों देशों में और अधिक साझा होंगी।
Railway News:-अन्य जानकारियाँ और अपडेट
- यह रेल परियोजना प्रस्तावित “प्रथम भारत‑भूटान रेल जोड़” है, जिसे विशेष दर्जा (Special Railway Project) दिया गया है ताकि भूमि अधिग्रहण और निर्माण प्रक्रिया तेज हो सके।
- असम-अंदर विस्तृत सर्वेक्षण और DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार हो चुकी है।
- सरकार का यह कदम “Neighbourhood First” और “Act East” जैसी नीतियों के अनुरूप है, जो पड़ोसी देशों के साथ मजबूत संबंध बनाने पर केंद्रित है।